मार ही डाल मुझे चश्म-ऐ-अदा से पहले
Monday, September 15, 2008
नज़्म - मोमिन खान
मार ही डाल मुझे चश्म-ऐ-अदा से पहले
अपनी मंजिल को पहुँच जाऊं कज़ा से पहले
इक नज़र देख लूँ आ जाओ कज़ा से पहले
तुम से मिलने की तमन्ना है खुदा से पहले
हश्र के रोज़ मैं पूछूँगा खुदा से पहले
तू ने रोका नहीं क्यूँ मुझको खता से पहले
ए मेरी मौत ठहर उनको ज़रा आने दे
ज़हर का जाम न दे मुझको दवा से पहले
हाथ पहुंचे भी न थे जुल्फ दोटा तक "मोमिन"
हथकडी दाल दी जालिम ने खता से पहले
[दोटा=bent]
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