कब उसका विसाल चाहिए था
Thursday, September 18, 2008
नज़्म - जौन एलिया
कब उसका विसाल चाहिए थाबस एक ख़याल चाहिए था
कब दिल को जवाब से ग़र्ज़ थी
होंटों को सवाल चाहिए था
शौक़ एक नफस था और वफ़ा को
पास-ऐ-माह-ओ-साल चाहिए था
[नफस : moment]
एक चेहरा-ऐ-सादा था जो हमको
बे-मिसल-ओ-मिसाल चाहिए था
एक क़र्ब में जात-ओ-जिंदगी हैं
मुमकिन को मुहाल चाहिए था
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