ये तो नहीं के गम नहीं
Monday, September 15, 2008
नज़्म - फिराक गोरखपुरी
ये तो नहीं के गम नहींहाँ मेरी आँख नम नहीं
तुम भी तो तुम नहीं हो आज
हम भी तो आज हम नहीं
अब न खुशी की है खुशी
गम का भी अब तो गम नहीं
मौत अगरचे मौत है
मौत से जीस्त कम नहीं
थोड़ा मैं और थोड़ी बातें मेरे दिल की...
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